छत्रपति शिवाजी महाराज के 12 किले यूनेस्को में शामिल।
यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल हुए छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन से जुड़े 12 किले शामिल हुए।
उनके बारे में बताने से पहले हम छत्रपति शिवाजी के जीवन के बारे मे बात कर लेते हैं।
1 छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म
जन्म 1627 ( शिवनेर दुर्ग पूना में हुआ।)
पिता शाहजी भोसले
माता जीजाबाई
यह अहमदनगर की सेवा में थे ।
इनको पूना। जागीर के रूप में प्राप्त था ।
शिवाजी महाराज के जीवन पर सबसे अधिक प्रभाव अपनी माता जी जीजाबाई का था ।
शिवाजी ने प्रशासनिक अनुभव पूना से प्राप्त किया।
धार्मिक गुरु _ समर्थ गुरु रामदास जी
1646 ई. तोरण के किले को जीता था।
1656 को रायगढ़ को अपनी राजधानी बनाई।
1659 में अफजल खान की हत्या की
1663 मुग़ल गवर्नर साइकता खा को पराजित किया
कता खा को पराजित किया ।
1664 शिवाजी ने सूरज पर आक्रमण किया और लुट लिया गया।
1674 राज्याभिषेक
छत्रपति की उपाधि धारण की ।
दूसरी बार राज्याभिषेक तांत्रिक विधि से करवाया।
1680 में शिवाजी महाराज की मृत्यु हो गई।
अभी जो किले यूनेस्को में शामिल किए है वो । लैंडस्केप को अब विश्व धरोहर सूची में शामिल कर लिया गया है।
यह फैसला पेरिस में चल रही 47 वी बैठक में लिया गया है।
ओर इसके साथ ही भारत को मिला अपना 44 वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स।
ये मराठा साम्राज्य की स्थिति को बया कर रही है।ओर भारत की शुरवीरता का बखान कर रही हैं।उनकी बुद्धिमता ओर उनके स्वराज्य के सपने को पूरा करने की मिसाल है।
इन किलो को 17 से 19 सदी तक अलग अलग समय पर अलग अलग मराठा राजाओं के बनाए है।
जो कि अलग अलग भौगोलिक परिस्थिति में पहाड़ों पर जंगलों में समुद्र के पास । बसाए।
अब जो किले यूनेस्को में आए है वो ।
1. शिवनेरी 2 सालेर का किला ।
3 लोहगढ़ का किला 4जिन्जी किला
5 खंडेरी 6 रायगढ़ 7 राजगढ़ 8 प्रतापगढ़ 9 सुवर्णदुर्ग 10 विजय दुर्ग 11 पन्हाला 12 सिंधुदुर्ग
इनका सुनाव इसलिए किया गया क्योंकि यह रणनीतिक राजनीतिक । साहित्य कला । आदि में है।
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